ख़ामोशी
- Niharika
- Apr 7, 2023
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Updated: May 3
आवाज का अभाव
क्या ख़ामोशी है ?
लफ़्ज़ों की कमी
क्या ख़ामोशी है ?
खाली सन्नाटा नहीं,
तो ख़ामोशी क्या है ?
हज़ारों ख़यालों को
छिपाने का ज़रिया ।
ख्वाबों में खोकर
बह जाने का ज़रिया ।
टूटने का, जोड़ने का,
घाव भरने का ज़रिया -
ख़ामोशी !
चुप्पी में छुपी बोली
है मन की -
कभी यादों के बरसात,
कभी कल पर बेचैनी,
दबी रखी क्रोध और
दबाई गई दर्द,
अनकही भावों के
अनगिनत कहानियाँ ।
टूटने का, जोड़ने का,
घाव भरने का ज़रिया -
चुप्पी में छुपी बोली
यह खामोशी !
- March, 2022
Written for Syaahi- Hindi poetry as part of Ishya'22
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